वीडियो जानकारी:
संवाद सत्र
२६ सितम्बर २०१४
बी.बी.डी.आई.टी, गाज़ियाबाद
अनुशासन का जो हमें आम तौर पर अर्थ पता है ना वो बड़ा सीधा है वो ये है कि तुम वही रहे आओ जो तुम हो, बस एक नए तरीके की आदत डाल लो।
~ आचार्य प्रशान्त
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सोचने भर से अगर तुम सुख दे पाते अपने माँ-बाप को तुम कबका दे चुके होते। अगर अपनी इच्छा भर से, तुम्हारे माँ-बाप सुखी हो सकते तो कब के हो गए होते।हम असल में सुख को जानते नहीं इसीलिए सुख को पाते नहीं। हम असल में सुख को जानते नहीं इसीलिए सुख को पाते नहीं।
~ आचार्य प्रशान्त
प्रसंग:
अनुसाशन क्या है?
क्या अनुसाशन सिर्फ़ एक तरीके की आदत का नाम है?
परिवार की मदद कैसे करें?
जीवन की दिशा कैसे बदलें?
संगीत: मिलिंद दाते