मिलिंद स्कूल में डरे सहमे-से वो लड़के थे, जिन्हे उनके साथ के बच्चे परेशान करते थे। इस वजह से मिलिंद का ना पढ़ाई में ध्यान था और ना ही किसी दूसरी activity में। पर एक दिन मिलिंद ने तय किया कि वो और बदमाशी नहीं सहेगा। उस दिन मिलिंद नें अपनी दिशाहीन जीवन को एक नई दिशा दी।
इसके बाद मिलिंद ने IIT से अपनी पढ़ाई पूरी की और Infosys में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया था। हालाकिं कुछ समय बाद अपनी नौकरी से नाखुश होकर मिलिंद ने Teach for India felllowship के लिए अप्लाई किया और वो सेलेक्ट भी हो गए।
जिसके बाद उन्होनें एक NGO बनाया और आज वहां वो underprivileged बच्चों को डांस , सिंगिंग, पब्लिक स्पीकिंग जैसी skills सिखाते हैं। उनके इस प्रोजेक्ट का नाम Camp diaries है।
इस वीडियो में देखिये मिलिंद की कहानी और कैसे किया उन्होनें अपने हर डर से सामना।