‘भारत में अभिव्यक्ति की जितनी आजादी है, उतनी आजादी दुनिया के किसी भी देश में नहीं है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि समाज को मनोरंजक फिल्मों के साथ उद्देश्यपरक फिल्मों की भी जरूरत है।
उन्होंने कहा कि फिल्में बनाते वक्त हमें तय करना होगा कि हम अपनी नयी पीढ़ी को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं