इंदौर शहर में पहली बार अनूठी और भारत की साझा संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती कावड़ यात्रा आयोजित की गई। इस यात्रा की विशेष बात यह थी कि इसमें हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई एवं पारसी समाज के महिला एवं पुरुषों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।