जीतन राम मांझी ने कहा कि शराब नहीं मिलने के कारण समाज के लोगों ने देवी- देवताओं की पूजा करना छोड़ दी है. मेरे घर में भी देवी- देवताओं की पूजा की जाती थी और उन्हें शराब चढ़ाया जाता था. मेरी मां भी पूजा करती थी. मगर वह कहते हैं कि अगर मेरी मां जिन्दा होती और अगर वह देवता पर शराब चढ़ाती तो उन्हें 10 साल की सजा हो जाती. इसलिए यह कहीं से ठीक नहीं है.