पानी से बर्फ कटने पर अब नदी का प्रवाह सामान्य हो गया है, लेकिन तापमान में इजाफा होने से इस हिमाच्छादित क्षेत्र में हिमस्खलन का खतरा अब भी बना हुआ है.