कलाकारों ने बांके बिहारी की लीलाओं का नृत्य के माध्यम से साकार किया तो वहीं कृष्ण-सुदामा की जोड़ी के दार्शनिक चित्रण कर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया.