आज की बहस लोकसभा चुनाव के सबसे बड़े मुद्दे पर है. लोकसभा चुनाव में ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. संत समाज का सरकार पर दवाब है कि चुनाव से पहले राम मंदिर का काम शुरु हो. संघ भी राम मंदिर के लिए सरकार पर लगातार दवाब बना रही है. इस बीच विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष के एक बयान से बवाल मच गया. हालांकि उन्होंने बाद में सफाई भी दी. आलोक कुमार ने कहा कि अगर कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में राम मंदिर निर्माण की बात शामिल करे तो उसका समर्थन किया जा सकता है लेकिन बाद में उन्होंने सफाई दी कि राम मंदिर का समर्थन जो भी करेगा उसका स्वागत करेंगे. संघ में नंबर दो की हैसियत रखने वाले भैय़ाजी जोशी ने भी अपने एक बयान में कहा था कि मंदिर 2025 में बनेगा. अब सवाल ये है कि क्या राम मंदिर पर अड़ी VHP कांग्रेस का साथ देगी? क्या संघ-VHP दोनों मोदी सरकार से ख़फा हैं?