यह मंदिर वाराणसी के चौक इलाके में स्थित हैनवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती हैइनके मस्तक में घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इस वजह से इन्हें मां चंद्रघंटा कहा जाता है